दिल्ली के राजेंद्र नगर के कोचिंग सेंटर के बेसमेंट में जल भराव से तीन प्रतियोगी छात्रों की मौत के बाद यहां भी शुरू हुई जांच ठंडे बस्ते में चली गई। नगर में बने बेसमेंटों की जांच के बाद एसडीएम ने 25 भवन स्वामियों को नोटिस जारी कर नक्शा मांगा था, लेकिन अधिकांश ने नहीं दिया।
27 जुलाई को दिल्ली के ओल्ड राजेंद्र नगर स्थित कोचिंग सेंटर के बेसमेंट में अचानक जलभराव से दो छात्राओं और एक छात्र की डूबने से मौत हो गई थी। इसके बाद यहां के प्रशासन की नींद टूटी।
बेसमेंट में संचालित मिली दुकानें
एसडीएम सदर प्रखर उत्तम, डीआइओएस भाष्कर मिश्रा व अग्निशमन अधिकारी ने बेसमेंट में संचालित कोचिंग की जांच की थी। इस दौरान उन्हें बेसमेंटों में कही किचन, कही वर्कशाप तो कही शापिंग माल चलता मिला था।
एसडीएम ने नगर के 25 से अधिक बेसमेंट स्वामियों को नोटिस जारी कर नक्शा जमा करने को कहा था। डेढ़ माह का समय बीतने के बाद भी अधिकांश भवन स्वामियों ने अपना नक्शा नहीं प्रस्तुत किया। उधर, प्रशासन ठंडा पड़ गया है।
बिना नक्शा या पार्किंग के नाम पर चल रहा बेसमेंट
सभी निकायों व बाजारों में गृह स्वामियों ने बेसमेंट बनवा रखा है जिसमें विभिन्न प्रकार के व्यवसाय फल-फूल रहे हैं। इन बेसमेंट का या तो नक्शा ही नहीं पास है या पास भी है तो पार्किंग के नाम पर। किसी भी बेसमेंट में पार्किंग नहीं की जा रही है। बल्कि गृह स्वामी इन बेसमेंट को किराया पर देकर महीने में हजारों रुपये का किराया वसूल रहे हैं।
बेसमेंट में चलने वाले व्यवसायों में कर्मचारियों व ग्राहकों की जान को खतरे में डाल रहे हैं। किसी के पास बेसमेंट में एक गेट के अलावा कोई दूसरा निकास नहीं है।